पाँच मिनटोंमें संगणकपर हिंदी सीखें
















भाग - १ तंत्र -विश्लेषण
हमारे नब्बे प्रतिशत संगणक उपभोक्ता नही जानते कि संगणक पर हिंदी (पूरी बात कहूँ तो हरेक भारतीय भाषा) सीखने के लिये एक युक्ति है जिसमें केवल आधा घंटा पर्याप्त हैं। वह भी अंग्रेजी टंकन-ज्ञान पर निर्भरता के बिना।


जब संगणकका प्रचलन काफी बढ गया तो कई बुद्धिजीवियोंने कामचलाऊ अक्षरज्ञानकी श्रेणीका अंग्रेजी टंकलेखन सीख लिया और कईयोंने इसे अपने बसके बाहर बताकर मुँह मोड लिया। उन सबकी जानकारी के लिये पहले देखें कि यह युक्ति क्या हे। इस युक्तिका नाम है इनस्क्रिप्ट की-लेआउट अर्थात् संगणकके कुंजीपटलपर चलनेवाला एक विशिष्ट वर्णक्रम।

इस लेआऊटमें वर्णोंका क्रम वैसे ही चलता है जैसा हमने कक्षा एकमें पढा होता है -- अर्थात् कखगघ..., चछजझ..., य़ा अआइईउऊ... । अतः कुञ्जियां खोजनेकी दिक्कत नही है, जो अंग्रेजी सीखनेमें है या पुराने कालमें टाइपराइटर मशीनोंमें हुआ करती थी। साथही इसमें तमाम व्यंजन दायें और स्वरकी मात्राएँ बाँये हाथसे लगानेका चलन है, जिससे अपनेआप एक लयसी बँध जाती है और थोडीही प्रॅक्टिसमें टंकनकार्य में अच्छी गति आ जाती है। क्षिप्रतासे सीख पानेका यह भी एक कारण है।

(संभव हो तो यहाँ रुककर पहले यह वीडियो देखें।)
अब चिन्ता छोडें की आपके कुंजीपटलपर हिंदी स्टिकर तो लगे ही नही हैं -- बस निश्चिंत होकर देखें यह युक्ति।

पहले दो मिनटोंमें सीखें बीस अक्षर
सामान्य कुंजीपटलके अंग्रेजी अक्षर K-I की जोडी देखें। यही कख और गघ हैं। अगली दो कुंजियाँ L-O तथ, दध की हैं, अगली चछ,जझ की और उससे अगली टठ डढ की। क के बाँई ओर H-Y पर पफ, बभ हैं। कुंजियोंकी ये जगहें समझकर आत्मसात् करनेको दो मिनट पर्याप्त हैं।
कठिन (भारी) अक्षरके लिये (अर्थात् खघ,थध,छझ,ठढ,फभ) शिफ्टके साथ कुंजी दबानी होगी।

अगले दो मिनटोंमें सीखें और बीस अक्षर
बाँईं ओर की पाँच कुंजी-जोडियों दस स्वरोंके लिये हैं। इन्हे भी हमने पहली कक्षामें रटा था -- अआइईउऊएऐओऔअंअः ।
इनका क्रम ओऔ,एऐ,अआ,इई,उऊ रखा गया है। शिफ्टकुंजी के साथ लिखनेपर स्वतः स्वर लिखा जाता है परन्तु किसी व्यंजनकी मात्रा लगाने के लिये शिप्ट कुंजी नही लगेगी।
इस प्रकार दस मात्राएँ तथा उन्हें लगाने का तरीका समझने के लिये अगले दो मिनट पर्य़ाप्त हैं।

इन कुंजियोंको समझकर यदि हम प्रॅक्टिस करें --
काकी, चाची, दादी, ताई, ताऊ, बाबा, पापा, काका, चाचा, टाटा -- तो इस कुंजी रचना की सरलता तत्काल मोह लेती है।

बचे अक्षरोंको एक बार ढूँढ कर समझ जा सकता है। शिफ्टके साथ ५,६,७,८, व + अंकोंकी कुंजियोंसे ज्ञ त्र क्ष श्र तथा ऋ लिखते हैं। सबसे निचली पंक्ति में तिसरी कुंजीसे आरंभ कर म (शिफ्ट के साथ ण), न, व, ल (शिफ्ट के साथ मराठी, कन्नड आदि भाषाओंका ळ), स (शिफ्ट के साथ श), ष तथा अन्तिम कुंजीपर य (शिफ्ट के साथ बंगालीका दूसरा य) हैं। ड से अगली कुंजी पर ञ है। प-क के बीच र और उससे ऊपर ह,(शिफ्ट के साथ ङ) हैं। जरासे अभ्यास से ये याद हो जाते हैं।
अनुस्वार के लिये अक्षर लिखने के बाद अंग्रेजी X की कुंजी (शिफ्ट के साथ लगानेपर चंद्रबिंदु) लगायें।

संयुक्त अक्षर
संस्कृत के नियमानुसार व्यंजन में अ लगाकर उसे पूरा किया जाता है। जब कि यहाँ किसी भी कुंजीसे पूर्ण व्यंजन लिखा जाता है ताकि अ की मात्रा बारबार न लगानी पडे। अतः इस कुंजीपटलमें अ की कुंजी का उपयोग हलन्त के लिये करते हैं।
इस प्रकार क्रम लिखने के लिये क हलन्त र म
परंतु कर्म लिखने के लिये क र हलन्त म
लिखा जायगा। कृपा ले लिये क में ऋ की मात्रा (बिना शिप्ट के) और विसर्ग चिह्न के लिये शिफ्टके साथ - की मात्रा लगती है।











बाजार के कैसे कैसे खेल संगणक पर यह सब पढनेमें जितना समय लगता है उससे आधे समय में ही यह सीखकर आप खुश हो सकते थे बशर्ते कि इसे बनानेवाली भारत सरकार धोखा न करती। लेकिन हमारे सौभाग्यसे उससे रास्ता निकाल गया, बस आपको अपने windowsXP के माध्यमसे पहली बार ऐसी सुविधा लगानी पडेगी जो हो सकता है कि आपके संगणकमें बाय डिफॉल्ट न लगी हो।
इसे लगाने या जाँचने का तरीका यों है--
Go to
start -> setting -> control panel -> Regional and Language -> click
एक खिडकी खुलेगी जिसके ड्रॉप-डाउन मेन्यू पर लिखा होगा - ENG. मेन्यूमें संसारकी बीसियों भाषाएँ मिलेंगी, और यदि हिंदी भी मिल जाय तो उसे क्लिक करें और अप्लाय तथा ओके के बटन भी दबायें।। ऐसा करते ही संगणकके सबसे नीचेवाली पट्टीपर (टास्क-बार पर) EN दीखने लगेगा और क्लिक करनेपर हिंन्दी का ऑप्शन भी मिलेगा।
यह काम केवल सबसे पहली बार करना है -- बारबार नही।
अब वर्ड या इंटरनेट खोलकर हिंन्दी का ऑप्शन ले आइये और कोई भी कुजी दबाएँ तो हिंदी अक्षर मिलेंगे।
अब आप इनस्क्रिप्ट विधी सीखकर हिंदी लिखना आरंभ करें।
Regional and Language के मेन्यू में हिंदी न मिले तो उसे सीडी से लोड करना पडेगा। यदि आपके पास सीडी न हो तो पेनड्राइव्ह पर i386 ले आइये और उससे लोड करें। यह फाइल विण्डो ऑपरेटिंग सिस्टम का एक भाग है अतः विण्डोज की सीडी पर रखी होती है, लेकिन बाय डिफाल्ट कॉपी नही नही होती। यही है बाजार का खेल।
भाग -२ समाज-शास्त्रीय विश्लेषण इसे पढनेके लिये यहाँ टिकटिकायें

Comments

36solutions said…
बहुत सहज तरीके से आपने इसे समझाया है, धन्‍यवाद.
himsanskriti said…
बहुत ही सरल तरीका हे हिन्दी सीखने का, धन्यावाद!

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