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Showing posts from October, 2009

महाराष्ट्र में महिला विरोधी अपराध : बलात्कार

महाराष्ट्र में महिला विरोधी अपराध : बलात्कार लीना मेहेंदले, भाप्रसे किसी समाज की अच्छाई की माप क्या हो सकती है? यही कि उसके विभिन्न वर्गों के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है । इसलिए यह जानना जरूरी है कि किसी भी समाज में गुनहगारी कितनी है, खासकर महिलाओं के प्रति घटने वाले अपराध किस तरह के और कितने हैं । इसमें भी बलात्कार के अपराधों का विश्लेषण अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि औरत जात के विरूद्ध यह सबसे अधिक घृणित अपराध है । भारत सरकार के नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो की मारफत यह लेखा-जोखा रखा जाता है कि प्रतिवर्ष देश में कहां-कहां कितने अपराध घट रहे हैं । पिछले तीन वर्षों के आँकड़े बताते हैं कि अन्य राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र में अधिक अपराध घटते हैं । मसलन १९९८ में देश की जनसंख्या ९७ करोड़ ९ लाख थी जबकि भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत दर्ज कराये अपराधों की संख्या थी १७ लाख ८० हजार । अर्थात्‌ प्रति लाख जनसंख्या में १८३ अपराध घटे थे। लेकिन महाराष्ट्र के लिए यही औसत प्रति लाख २०२ था । बलात्कार के आंकडें जाँचने पर पता चलता है कि १९९८ में १५०३१ बलात्कार दर्ज हुए जो औसतन प्रति करोड़ १५५ थे, लेकिन महाराष

defining a good dharmik hindu

Mr Asthana asthana1@yahoo.com asked the following for his book "I want to collect the beliefs of some followers of the Sanatan Dharm. I would be grateful if you can kindly grant me some time and email me the answer to the following question. This may be a very short answer - perhaps six to eight short paragraphs or 200 words and may take not more than 20 minutes or so of your time. The question is this: What, if anything, does belonging to your faith mean to you personally - not in terms of dogma, ritual or Vedic knowledge, but in terms of values and ideas which you implement in your day to day life and which have moulded your conduct?" -------------------------------------------------------------------------- My reply The question is about SANATAN DHARMA. This word has now got a different meaning as some people have formed a group to spread SANATAN DHARMA –a word to which they attach a certain specific meaning and rituals. So I will instead use the word Dharma. Also what

शेतकऱ्यांच्या आत्महत्या रोखण्याकरीता दूरदर्शन मालिका

!! विदर्भातील आत्महत्याग्रस्त जिल्हयातील शेतकऱ्यांच्या आत्महत्या रोखण्याकरीता दूरदर्शन मालिकेद्बारे प्रबोधन करणे - मालिकेची थीम !! --------------------------------------------------------------------- पार्श्र्वभूमी : गेल्या दोन ते तीन वर्षामध्ये विदर्भातील बुलढाणा, अकोला, अमरावती, यवतमाळ, वाशिम व वर्धा या जिल्ह्यांमध्ये प्रामुख्याने शेतकऱ्यांच्या आत्महत्या होत असल्याचे दिसून येते. सदरच्या आत्महत्या शेतकऱ्यांमध्ये आलेल्या नैराश्येपोटी होत असल्याचे असून त्यामागे नापिक जमिनी, अवेळी पाऊस, अल्प उत्पन्न तसेच यामुळे वाढलेला कर्जबाजारीपणा इत्यादी कारणे असल्याचे दिसून येते. शेतकऱ्यांची नैराश्यची भावना दूर करण्याच्या उद्देशाने व पूरक जोडधंदा उपलब्ध करुन देण्याच्या उद्देशाने राज्य शासनाने तसेच केंद्र शासनाने विशेष पॅकेज उपलब्ध करुन दिले आहेत. सदर पॅकेज अंतर्गत विविध योजनांचा अंतर्भाव असून शेतक-यांना प्रशिक्षण देणे व त्यातून त्यांची मानसिक स्थितीत सुधारणा घडवून पॅकेज अंतर्गत उपलब्ध असलेल्या योजनांचा फायदा घेणे हा प्रमुख उद्देश सदर प्रशिक्षणांतर्गत आहे. प्रशिक्षणाच्या माध्यमातून शेतकऱ्य

महिला विषयक कार्य व लेखन

महिला विषयक कार्य व लेखन कार्य़ 1984-88 देवदासी आर्थिक पुनर्वसन कार्य़क्रम से 160 महिलाएँ लाभान्वित 1989 से आगे – यशदा में महिला विमर्श पर कई व्याख्यान 1998-2001 राष्ट्रीय महिला आयोग में संयुक्त सचिव इसी कार्यकाल में स्त्री-समस्या समाधान के लिये दै. राष्ट्रीय सहारा में 23 सलाहकारी लेखोंकी मालिका 2001-02 महिला विरोधी अपराधोंका विशेष अध्ययन इसी विषय पर मेनस्ट्रीम मासिक में 6 विस्तृत लेख 2002-2005 महिला घुमक्कडी को बढावा देने हेतू पीसीआरए से प्रति वर्ष ऊर्जा-संरक्षण-पखवाडेके निमित्तसे महिलाओंकी टू-व्हीलर रॅली व लेख-स्पर्धा का आयोजन, साथ ही स्पर्धकोंके लिये लेखकोंके साथ एख दिवसीय सेमिनार का आयोजन लेखोंकी पुस्तक का युगन्धरा शीर्षक से संपादन हिन्दी लेखन उठो जागो सावित्री के साथ ... इस ढीली दण्डप्रणाली को बदलें नई सदी की नारी चेतना महाराष्ट्र में महिला विरोधी अपराध विभिन्न राज्यों में महिला विरोधी अपराध राजस्थान में शिशु लिंगभेद महिला सक्षमीकरण की दिशा में योजना कानूनन अन्याय नागपूर की महिलाओं के पक्ष में एक औरत का साहस उन्मुक्त जीवन का फलसफा मराठी लेखन त्याची शरम वाटते बलात्काराला फाशीची शिक्ष

शासकीय कर्मचा-यांच्या नियतकालीक बदल्या- मार्गदर्शक तत्वे

शासकीय कर्मचा-यांच्या नियतकालीक बदल्या- संदर्भांतील मार्गदर्शक तत्वे. महाराष्ट्र शासन कृषि,पशुसंवर्धन, दुग्ध व्यसाय विकास व मत्स्यवसाय विभाग शासन परिपत्रक क्रमांक-संकीर्ण.१००६/६२४५/प्र.क्र.५९/पदुम-१७ मंत्रालय विस्तार, मुंबई-४०००३२. दिनांक- ३१ ऑक्टोबर, २००६ वाचा- महाराष्ट्र शासकीय कर्मचा-यांच्या बदल्यांचे विनियमन आणि शासकीय कर्तव्ये पार पाडतांना होणा-या विलंबास प्रतिबंध अधिनियम,२००५ या विषयाबाबतची सामान्य प्रशासन विभागाची दि.२५ मे,२००६ ची अधिसूचना. परिपत्रक शासकीय कर्मचा-यांच्या नियतकालीक बदल्यासंदर्भांतील शासनाने महाराष्ट्र शासकीय कर्मचा-यांच्या बदल्यांचे विनियमन आणि शासकीय कर्तव्ये पार पाडतांना होणा-या विलंबास प्रतिबंध अधिनियम २००५ दिनांक १ जुलै २००६ पासून अंमलात आणला आहे. अधिनियमाच्या कलम-३(१) नुसार अधिकारी/कर्मचा-यांच्या नेमणुकीचा कालावधी ३ वर्षाचा आहे. कलम-४(१) नुसार बदलीच्या पदावरील म्हणजे ३ वर्षाचा कालावधी पूर्ण केला असल्याखेरीज सामान्यपणे त्यांची बदली करता येणार नाही. २. हा अधिनियम शासकीय अधिकारी/कमर्चा-यास जशास तसा लागू राहील. या अधिनियमास कोणतीही बाधा न आणता खालील मार्गदर

राजभाषा हिन्दी से संबंधित जो काम मैंने किए

राजभाषा हिन्दी से संबंधित किए गए काम जन्मतिथि : 31 जनवरी, 1950 जन्मस्थल : धरणगाँव (महाराष्ट्र) शिक्षा : एम.एस-सी. (भौतिकी), पटना विश्र्वविद्यालय, एम.एस-सी. प्रोजेक्ट प्लानिंग, ब्रेडफोर्ड विश्र्वविद्यालय, इंग्लैंड कार्यक्षेत्र :क) मगध महिला कॉलेज, पटना में एक वर्ष फिजिक्स प्रवक्ता ख) सन 1974 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रवेश और महाराष्ट्र में कार्यरत. महाराष्ट्र सरकार में कलेक्टर, कमिशनर पर्दो पर कार्य किया. ग) सांगली के जिलाधिकारी के पदसे चलाया गया देवदासी आर्थिक पुनर्वास कार्यक्रम देश-विदेश मे काफी सराहा गया. घ) ग्राम विकास, उद्योग, कृषि, महसूल व केंद्र शासनमें स्वास्थ, महिला कल्याण व पेट्रोलियम विभागों मे कार्य किया ड) संप्रति अतिरिक्त मुख्य सचिव (सामान्य प्रशासन) पुस्तकें : मराठी भाषामें छः पुस्तके प्रकाशित हिंदी :-- फिर वर्षा आई बाल-कथा-संग्रह -- 1998 देवदासी : जिल्हा सांगली में कलेक्टर के पदसे देवदासी प्रथा-निर्मूलन बाबत जो कार्य किया उसकी कहानी --1999 आनन्दल